मूंग की खेती कैसे करें ?
मूंग की फसल भारत मैं आम बीजी जाती है। यह एक फलीदार फसल है इसके लिए रेतली मेरा ज़मीन अच्छी रहती है। भरी और चिकनी मिटी मैं इसकी पैदावार कम होती है। मूंग की फसल बहुत ही सरल तरीके से होती है अगर मौसम साथ दे .इसमें प्रोटीन की मात्र अच्छी होती है। उड़ीसा , महाराष्ट्र , आंध्र प्रदेश , मध्य प्रदेश , गुजरात , राजस्थान ,पंजाब और बिहार इसके प्रमुख प्रदेश हैं। इसकी पैदावार तीन से चार क्वेंटल /एकर होती है।
फसल लेने के तरीके
1. मक्की -गेहू -मूंग
2. मूंग -आलू
3. मूंग – गेहू
4. आलू -गेहू -मूंग
मूंग की दाल मार्च.-अप्रैल मैं बीजी जाती है इसके लिए तापमान 25°C to 35°C,मध्यम बारिश होनी चाहिए जियादा बारिश इसके लिए अच्छी नहीं है . मूंग की दाल की फसल साठ से सो दिन तक लेती है ये इसके बीज के हिसाब से काम ज़ियादा होता है। मूंग की फसल को अगर बेडों पर बीजें तो जियादा अच्छा रहता है। इसके खेत मैं पानी रुकना नहीं चाहिए पानी की निकासी बहुत जरूरी है। पानी खड़ा रहने से फसल ख़राब हो जाती है। और पैदावार पे भी असर पड़ता है।
मूंग की बिजाई :-
मूंग की बिजाई के लिए जियादा यूरिया और खादें नहीं डालनी होती थोड़ा बहुत गोबर डाल कर भी काम चल जाता है अगर यूरिया डाला भी हो तो ds से पन्द्र किलो इस से जियादा नहीं डालना चाहिए।
मूंग की बिजाई के लिए खेती को अछि तरह से तैयार कर ले और दो दो फुट के बेड्स बना लें। लाइन से लाइन का फासला दस से पन्द्र इंच होना चाहिए। इस से बीज भी काम लगता है। आप हाथ से भी बीज सकते हैं एक एकर का बीज आठ से दस किलो डालना चाहिए। आप मूंग की दाल को किसी और फसल के साथ भी बीज सकते हैं। जैसे की गन्ना मक्की बाजरा और कपास के साथ।
मूंग की दाल के बीज की किस्मे कौन से प्रान्त मैं कौन से बीज बीजे जाते हैं।
Andhra Pradesh: GB-127, GG-525
Assam: MG-51
Bihar: BR-2, Amrit, Sunaina, BR-5, BR-6, ST-7
Madhya Pradesh: Khargaon 1, Jawahar-45, Krishna-11
Haryana: Varsha, No-305,
Punjab:ML-1, ML-5, G-65
Rajasthan:RS-4, RS-288-8
Maharastra: Kopergaon, Jalgaon, china Moong1.49, Shindkheda
Tamil Nadu: CO-1.CO-2,CO-3,KM-1
Uttar Pradesh and Delhi: Type-1, Type-51, PS-16, Pusa Baisakhi, K-851, Sheela, Mohini, Pant Moong-1.
West Bengal: B-1, B-105
Orissa: T-150, T-2105, SEL-982,Utkal
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