Kharbooje Ki Kheti Kaise Karen
खरबूजे ki खेती कैसे करें
खरबूजा गर्मी के मौसम की फसल है। ये ठण्ड बिलकुल नहीं सेह पाता। ये पचीस से तीस डिग्री सेल्सियस मैं सही होता है। इसके लिए जित्नु खुश्क गर्मी पड़े उतना ही अच्छा होता है। अगर हवा मैं नही हो तो खरबूजे को बीमारी ज्यादा लगती है। खरबूजे की फसल के लिए हलकी ज़मीन जो ज्यादा जल्दी गर्म हो जल्दी फसल लेने के लिए अच्छी है भारी ज़मीन मैं देरी से फसल होती है। इसके लिए जल का निकास वाला खेत रखना चाहिए जहा पानी जमा न होता हो। खरबूजे की फसल के लिए ज़मीन का उपजाऊ होना बहुत ज़रूरी है। आपको मिटटी की परख करवानी चाहिए इसमें तेज़ाब की मात्र 5.5 से कम नहीं होनी चाहिए नहीं तो फसल कंज़ाब नहीं हो पाती। इसके लिए 6.0 से 7.0 तेज़ाबी मादा (PH) बिलकुल सही है। खार वाली ज़मीन या जिसमें रसायन जियादा हो वो ज़मीन खरबूजे की खेती के लिए बिलकुल सही है। वैसे तो ये गर्मी की फसल है लेकिन आप इसकी पौध छाव मैं भी फरवरी मार्च मैं तैयार कर सकते हैं।
हाइब्रिड किस्मे :-
पंजाब अनमोल (2005):-
पंजाब हाइब्रिड (1981)
MM 28 (2003)
पंजाब रसीला (1993)
हरा मधु (1967)
बिजाई :- एक हेक्टेयर मैं एक किलो बीज डलता है। इसके लिए हरा मधु के लिए चार मीटर चौड़े बेड बनाने चाहिए। इनके दोनों सिरों पर दो दो बीज एक जगह लगाएं। इसी तरह पंजाब हाइब्रिड और पंजाब सुनहरी के लिए तीन मीटर चौड़े बेड बनाये। सभी मैं बीज से बीज का फैसला साठ सेंटीमीटर रखें। बीज को डेढ़ सेंटीमीटर मिटटी के नीचे बोये। खेती मैं बीस से पचीस टन गोबर की खाद दाल दे। और सही टाइम पर पानी लगते रहें
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